Pizza Hut में कभी की ऐसी नौकरी और आज अपने आइडिया से 8 करोड़ साल की कमाई, क्या है काम?

नई दिल्‍ली: राजस्थान के छोटे से कस्बे से दिल्ली आकर पिज्‍जा हट में काम करने वाले शिजू पप्पन ने आज 8 करोड़ रुपये सालाना कमाई करने वाली कैफे चेन खड़ी कर दी है। 1997 में दिल्ली आए शिजू पप्पन ने पिज्जा हट में सफाई और सर्विस जैसे कई काम किए। उनकी कंप

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नई दिल्‍ली: राजस्थान के छोटे से कस्बे से दिल्ली आकर पिज्‍जा हट में काम करने वाले शिजू पप्पन ने आज 8 करोड़ रुपये सालाना कमाई करने वाली कैफे चेन खड़ी कर दी है। 1997 में दिल्ली आए शिजू पप्पन ने पिज्जा हट में सफाई और सर्विस जैसे कई काम किए। उनकी कंपनी 'द चटपटा अफेयर' भारतीय स्ट्रीट फूड को बढ़ावा देती है। इसके अब पूरे भारत में 50 आउटलेट हैं। आइए, यहां शिजू पप्‍पन की सफलता के सफर के बारे में जानते हैं।

मुश्किलों में बीता बचपन

मुश्किलों में बीता बचपन

शिजू पप्पन की कहानी संघर्ष और दूरदर्शिता का बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने पिज्‍जा हट में काम करते हुए भारतीय स्ट्रीट फूड की कमी को पहचाना और 'द चटपटा अफेयर' की शुरुआत की। आज उनकी कंपनी 8 करोड़ रुपये सालाना कमाई कर रही है। शिजू पप्पन का बचपन राजस्थान के एक छोटे से कस्बे में बीता। माता-पिता के जल्दी गुजर जाने के कारण उन्हें बचपन से ही बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा। 1997 में गुजारा चलाने के लिए वह दिल्ली आ गए और पिज्‍जा हट में काम करने लगे। यहां उन्होंने सफाई से लेकर सर्विस तक कई तरह के काम किए।

नौकरी में 5000-6000 रुपये मिलते थे

नौकरी में 5000-6000 रुपये मिलते थे

पप्‍पन को लगभग एक साल तक हर महीने सिर्फ 5000-6000 रुपये मिलते थे। किराया, बिजली और खाना चलाना मुश्किल होता था। लेकिन, उनके पास जो भी कमाई हो रही थी, उसी में गुजारा करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था। कम तनख्वाह और रोजमर्रा के खर्चों को पूरा करने में आने वाली चुनौतियों के बावजूद पप्पन अडिग रहे। उन्होंने फास्ट-फूड इंडस्ट्री में 20 साल तक काम किया। इस दौरान उन्होंने 'सदर्न फ्राइड चिकन' के सीईओ के रूप में भी काम किया। इतना अनुभव हासिल करने के बाद पप्पन ने अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने का फैसला किया।

2020 में रखी अपने बिजनेस की नींव

2020 में रखी अपने बिजनेस की नींव

बाजार पर शोध करके शिजू ने एक बड़ी कमी को पहचाना। वह थी भारतीय स्ट्रीट फूड की कमी। भारतीय स्ट्रीट फूड को बढ़ावा देने के उनके जुनून के कारण ही 'द चटपटा अफेयर' की स्थापना हुई। 2020 में पप्पन ने 'द चटपटा अफेयर' की शुरुआत की। अपने व्यवसाय को मजबूत बनाने के लिए उन्होंने शुरुआत में कम उत्पादों के साथ एक मोबाइल कार्ट का सहारा लिया। धीरे-धीरे पप्पन की कड़ी मेहनत रंग लाई और उनका व्यवसाय तेजी से बढ़ने लगा। आज उनकी कंपनी पूरे देश में 50 स्थानों पर फैल चुकी है। इनमें बेंगलुरु, चेन्नई, गुरुग्राम और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं। यह कैफे चेन सालाना लगभग 8 करोड़ रुपये की कमाई कर रही है।

मेनू में 200 डिश

मेनू में 200 डिश

बिहार के प्रसिद्ध लिट्टी चोखा से लेकर उत्तर भारत के लजीज चाट तक पप्पन के 'द चटपटा अफेयर' के मेनू में लगभग 200 व्यंजन हैं। पप्पन का सपना बड़ा है। वह चाहते हैं कि भारतीय स्ट्रीट फूड पिज्‍जा और बर्गर जैसा लोकप्रिय बने। समोसे और चाट भी बर्गर और पिज्‍जा जितने ही लोकप्रिय हों। शिजू पप्पन की कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं। उनकी कहानी यह साबित करती है कि कड़ी मेहनत और लगन से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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